tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post1076325476124746683..comments2024-03-19T02:10:35.267+05:30Comments on आवाज़: न जाने क्यों होता है ये जिंदगी के साथ...कि कुछ गीत कभी दिलो-जेहन से उतरते ही नहींनियंत्रक । Adminhttp://www.blogger.com/profile/02514011417882102182noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-92182277368518949912010-03-13T19:48:37.882+05:302010-03-13T19:48:37.882+05:30थोड़ा सा पिछड़ गया इंदु जी से ,,, एक अंक का नुक्सान ...थोड़ा सा पिछड़ गया इंदु जी से ,,, एक अंक का नुक्सान हो गया पर... कोई बात नहीं बड़ों को भी मौका देना चाहिए कभी कभी ... <br />गीत की गाइका हैं "रुना लैला जी" जिनकी मखमली और दिलकश आवाज़ में है ये गीत. <br />और कुछ बताऊँ ?? ... छोडिये नहीं बताताPadm Singhhttps://www.blogger.com/profile/17831931258091822423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-43761655425431451642010-03-13T19:30:14.036+05:302010-03-13T19:30:14.036+05:30तुम्हे हो न हो मुझ को तो इतना यकीन है
मुझे प्यार त...तुम्हे हो न हो मुझ को तो इतना यकीन है<br />मुझे प्यार तुमसे नही है नही है <br /><br /><br /><br /><br />गाना तो यही है ,अब प्यार' उनसे' नही है तो इसमें इतनी चीखने चिल्लाने की क्या बात है ?<br />वो भी बस में ,सड़क पर मदारी के सामने <br />छी इतनी अमोल घड़ियों को प्यार से तो ना जिए <br />पालकर रखा है शिकायतों को पगली !<br />अपुन तो कुछ नही कहते भाई किसी को भी <br />,अपना घर औंधा पड़ा है ,काम कर लूं ?Anonymousnoreply@blogger.com