tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post3020214147775586711..comments2024-03-19T02:10:35.267+05:30Comments on आवाज़: गुदगुदाने वाले गीतों से श्रोताओं को झूमने वाले झुमरू किशोर दा का था एक संजीदा चेहरा भीनियंत्रक । Adminhttp://www.blogger.com/profile/02514011417882102182noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-55324848114879330252010-05-06T20:44:21.315+05:302010-05-06T20:44:21.315+05:30बिस्वजीत ने खूब मधुर गीत चुना ...बर्मन दादा की अत्...बिस्वजीत ने खूब मधुर गीत चुना ...बर्मन दादा की अत्याधिक मर्म्स्पर्शीय धुन पर किशोर दा ने भी इसे बहुत ही ख़ूबसूरती से गया था ! अभी तक जितने भी लोगों से यह गीत सुना लगभग सभी इसे किशोर दा के ही अंदाज़ में गाने की कोशिश करते नज़र आये ! बिस्वजीत के गायन में यह बात अच्छी लगी कि इन्होने कहीं भी किशोर दा जैसे महान कलाकार की नक़ल नही की और बिलकुल अपने ही अंदाज़ में गाया ! ...और अच्छा गया ...इसके लिए बिस्वजीत निश्चय ही बधाई पात्र हैं ! लेकिन एक बात बिस्वजीत से भी कि भाई तुम अगर अच्छा गाते ही हो तो रेकार्डिंग में इतने ज्यादा रेवर्ब की क्या ज़रुरत थी ? इससे गीत की आत्मा पे फर्क पड़ता है ...!<br /><br />बाकी..मेरी शुभकामना अपने गायक के लिए !!!रोमेंद्र सागरhttps://www.blogger.com/profile/15893431216162497924noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-2703849373866827482010-05-06T20:31:26.279+05:302010-05-06T20:31:26.279+05:30उम्दा सार्थक लेख के लिए धन्यवाद /उम्दा सार्थक लेख के लिए धन्यवाद /honesty project democracyhttps://www.blogger.com/profile/02935419766380607042noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-25943613151606912252010-05-06T19:40:28.349+05:302010-05-06T19:40:28.349+05:30अच्छा लगा ये गीत विस्वजीत जी से.अच्छा लगा ये गीत विस्वजीत जी से.दिलीप कवठेकरhttps://www.blogger.com/profile/16914401637974138889noreply@blogger.com