tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post3577662349025772587..comments2024-03-19T02:10:35.267+05:30Comments on आवाज़: इसी को प्यार कहते हैं.. प्यार की परिभाषा जानने के लिए चलिए हम शरण लेते हैं हसरत जयपुरी और हुसैन बंधुओं कीनियंत्रक । Adminhttp://www.blogger.com/profile/02514011417882102182noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-90583749342680680302011-01-19T14:56:22.414+05:302011-01-19T14:56:22.414+05:30कुछ अधिक शेर लिख जाने के लिये..
सॉरी नीलम जी...सॉ...कुछ अधिक शेर लिख जाने के लिये..<br /><br />सॉरी नीलम जी...सॉरी तन्हा जी :(Shanno Aggarwalhttps://www.blogger.com/profile/00253503962387361628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-38022028154536329792011-01-18T15:09:42.384+05:302011-01-18T15:09:42.384+05:30बहुत शुक्रिया दीपक जी.
डूब गयी जब कलम हमारी प्या...बहुत शुक्रिया दीपक जी. <br /><br />डूब गयी जब कलम हमारी प्यार के गहरे सागर मे..<br />दर्द की उंगली थामे थामे, उसे उबरते देखा है...<br />-दिलीप तिवारीPooja Anilhttps://www.blogger.com/profile/11762759805938201226noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-85935252413407826342011-01-17T17:47:35.434+05:302011-01-17T17:47:35.434+05:30bs bhi kariye shanno ji .............bs bhi kariye shanno ji .............neelamhttps://www.blogger.com/profile/00016871539001780302noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-59305803328651775252011-01-15T19:46:12.359+05:302011-01-15T19:46:12.359+05:30संसार वावला है कितना लोग यहाँ इतने सनकी
उँगली उठत...संसार वावला है कितना लोग यहाँ इतने सनकी <br />उँगली उठती है औरों पे खुद करते रहते मन की. <br /> <br />( स्वरचित )Shanno Aggarwalhttps://www.blogger.com/profile/00253503962387361628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-74484238649604498222011-01-14T23:27:17.999+05:302011-01-14T23:27:17.999+05:30हाजिर हूँ फिर से एक और शेर के साथ :)
एक ही उँगली ...हाजिर हूँ फिर से एक और शेर के साथ :)<br /><br />एक ही उँगली कटे तो बड़ी बेचैनी हो जाती है <br />बाकी उँगलियों की भी ताकत कम हो जाती है.<br /><br />( स्वरचित )Shanno Aggarwalhttps://www.blogger.com/profile/00253503962387361628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-65439192798180594972011-01-14T11:29:48.934+05:302011-01-14T11:29:48.934+05:30ये जगजीत सिंह साहब की नज्म
बात निकलेगी तो दूर तलक...ये जगजीत सिंह साहब की नज्म <br />बात निकलेगी तो दूर तलक जाएगी...की कुछ पँक्तिया हैUnknownhttps://www.blogger.com/profile/15870115832539405073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-39284196744272343652011-01-14T11:27:58.862+05:302011-01-14T11:27:58.862+05:30गायब शब्द है उँगली
शे'र- उँगलिया उठेगी सुखे ह...गायब शब्द है उँगली<br /><br />शे'र- उँगलिया उठेगी सुखे हुए बालो की तरफ,<br />एक नजर डालेंगें बीते हुए सालो की तरफ<br /><br />शायर का नाम याद नहीUnknownhttps://www.blogger.com/profile/15870115832539405073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-44742962476159504022011-01-14T11:27:22.810+05:302011-01-14T11:27:22.810+05:30गायब शब्द है उँगली
शे'र- उँगलिया उठेगी सुखे ह...गायब शब्द है उँगली<br /><br />शे'र- उँगलिया उठेगी सुखे हुए बालो की तरफ,<br />एक नजर डालेंगें बीते हुए सालो की तरफ<br /><br />शायर का नाम याद नहीUnknownhttps://www.blogger.com/profile/15870115832539405073noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-40992024395645529962011-01-13T09:29:33.585+05:302011-01-13T09:29:33.585+05:30बहुत अच्छी रचना थी प्रेम भरी धन्यवाद विश्वजी गायब ...बहुत अच्छी रचना थी प्रेम भरी धन्यवाद विश्वजी गायब शब्द पे कविता पेश है वैसे तो बहुत लम्बी थी मगर कुछ पंक्तियाँ महफ़िल को समर्पित हैं -<br /><br />वो चीरता रहा मेरे हृदय को <br /><br />मैं देखता रहा फिर भी समय को<br /><br />करहkaraaha भी नहीं मैं अपनी हार पर<br /><br />वो कोसता रहा अपनी विजय को <br /><br />ऊँगली उठा रहा था वो मेरी तरफ मगर <br /><br />छुपा रहा था शायद वो अपने भय को <br /><br />लेके चला वो मुझे ऊचाइओन की और <br /><br />गिनाता रहा दूरियां मेरी सतह को (स्वरचित)avenindrahttps://www.blogger.com/profile/02305378164295161479noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-44279310975869231632011-01-13T00:32:21.391+05:302011-01-13T00:32:21.391+05:30सबसे पहले वाला शेर भी स्वरचित है..जिसके बारे में ब...सबसे पहले वाला शेर भी स्वरचित है..जिसके बारे में बता चुकी थी..किन्तु अभी एक पोस्ट डिलीट करने के चक्कर में उसे भी डिलीट कर गयी और फिर अपनी गलती का अहसास करके उँगली दबा रही हूँ दाँतों के बीच...और अब लीजिये खुदा के रहम से इस पर भी एक शेर बन गया..कहने का मेरा मतलब है कि दिमाग में अभी-अभी उपजा है :) तो तन्हा जी, इसको भी आपकी हिफाजत में छोड़ कर जा रही हूँ :)<br /><br />गलती करके दाँतों के बीच उँगली दब जाती है <br />गलतियाँ ही तो पहचान हैं हमारे इंसा होने की.<br /><br />( स्वरचित )<br /><br />चलती हूँ अब...बाईईई...Shanno Aggarwalhttps://www.blogger.com/profile/00253503962387361628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-15133221212368921342011-01-13T00:04:44.489+05:302011-01-13T00:04:44.489+05:30इजाजत हो एक और शेर पेश करने की इस महफिल में...
हर...इजाजत हो एक और शेर पेश करने की इस महफिल में...<br /><br />हर किसी की अपनी खासियत होती है <br />छोटी बड़ी की तो बस बात ही होती है<br />सीरत से काम चलता है सूरत से नहीं <br />हाथ में हर उँगली की अहमियत होती है.<br /><br />( स्वरचित )<br /><br />बाई..बाई...Shanno Aggarwalhttps://www.blogger.com/profile/00253503962387361628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-75228451020730196132011-01-12T18:27:47.734+05:302011-01-12T18:27:47.734+05:30जवाब - अँगुली
उसका अँगुली पकडना गजब ढा गया ,
उसक...जवाब - अँगुली<br /><br />उसका अँगुली पकडना गजब ढा गया ,<br /><br />उसका प्रेम का इजहार गजब ढा गया .Manju Guptahttps://www.blogger.com/profile/10464006263216607501noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-18132009266186703982011-01-12T15:49:31.264+05:302011-01-12T15:49:31.264+05:30बेहतरीन पोस्ट.. हसरतजी की बारे में ऐसी जानकारी जान...बेहतरीन पोस्ट.. हसरतजी की बारे में ऐसी जानकारी जानकार बहुत अच्छा लगा..<br /><br />आभारPratik Maheshwarihttps://www.blogger.com/profile/04115463364309124608noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-75409228803057288042011-01-12T13:54:25.631+05:302011-01-12T13:54:25.631+05:30आज की महफिल की प्रस्तुति भी बहुत शानदार रही..जिसका...आज की महफिल की प्रस्तुति भी बहुत शानदार रही..जिसका शुक्रिया..हसरत जयपुरी के गाने कितने फेमस हुये हैं जानकर अच्छा लगा.<br /><br />हुसैन बंधुओं की गाई आज की गजल / गीत भी खूब कर्णप्रिय था और गायब शब्द है ''उँगली''.<br /><br />तो फिर शेर भी अब पेश करना होगा अभी के अभी..है ना ? तो लीजिये शिकायत सुनने के पहले वो भी करती हूँ :)<br /><br />उँगली उठाना बड़ा आसां होता है किसी पे <br />लोग अपनी कमियों की बात करते नहीं हैं.<br /><br />खुदा हाफिज....Shanno Aggarwalhttps://www.blogger.com/profile/00253503962387361628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-3400798792210737362011-01-12T11:32:49.023+05:302011-01-12T11:32:49.023+05:30जी अवध जी,
आप सही कह रहे हैं। मैं भी किसी भी तरह स...जी अवध जी,<br />आप सही कह रहे हैं। मैं भी किसी भी तरह से हसरत जयपुरी साहब को कम नहीं आंकता। इन बातों का ज़िक्र मैंने तो बस इसलिए किया है ताकि जो सच्चाई है, वो सामने आए। <br /><br />ओह.. फिर से गलती हो गई.. माफ़ कीजियेगा.. मैं अभी शब्द गायब कर देता हूँ। फिर से ज़रूर आईयेगा।<br /><br />धन्यवाद,<br />विश्व दीपकविश्व दीपकhttps://www.blogger.com/profile/10276082553907088514noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-18267469801053064882011-01-12T11:23:33.329+05:302011-01-12T11:23:33.329+05:30शुक्रिया तनहा साहेब,
आपने हसरत साहेब के प्रेमपत्र ...शुक्रिया तनहा साहेब,<br />आपने हसरत साहेब के प्रेमपत्र या इकतरफा प्रेम का ज़िक्र किया जो इससे पहले कहीं पढ़ने या सुनने का मुझे इत्तेफाक नहीं हुआ था. <br />वैसे मेरी अपनी ज़ाती राय है कि महज़ इस वजह से कि उन्होंने दूसरे नामचीन शोहरा की बेहद मकबूल शायरी को अपने फ़िल्मी गीतों में इस्तेमाल किया जनाब हसरत जयपुरी की कीमत कम नहीं हो जाती है. <br />आज की ग़ज़ल पूरी मुकम्मिल है. गायब शब्द तो है नहीं. दुबारा महफ़िल में फिर हाज़िर होता हूँ.<br />अवध लालAVADHhttps://www.blogger.com/profile/10249724769054535628noreply@blogger.com