tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post3957791126490941593..comments2024-03-19T02:10:35.267+05:30Comments on आवाज़: न कोई था, न कोई होगा हरफनमौला किशोर दा जैसानियंत्रक । Adminhttp://www.blogger.com/profile/02514011417882102182noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-59659576884098676872018-07-03T12:02:44.463+05:302018-07-03T12:02:44.463+05:30DhanyawaadDhanyawaadAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/15714867081868087816noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-89685539348091207622010-05-03T19:36:28.233+05:302010-05-03T19:36:28.233+05:30अद्वितीय!
मूल गीत तो सुन्दर है ही, दिलीप की आवाज़ क...अद्वितीय!<br />मूल गीत तो सुन्दर है ही, दिलीप की आवाज़ की जादूगरी भी कमाल है. धन्यवाद!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-7178566722766940472010-05-03T12:01:54.286+05:302010-05-03T12:01:54.286+05:30bahut khoob dilip ji !
- kuhoobahut khoob dilip ji !<br />- kuhooAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-47507068701418101162010-05-02T22:57:33.493+05:302010-05-02T22:57:33.493+05:30दिलीप जी से बहुत उम्मीद थी और हमेशा की तरह उन्होंन...दिलीप जी से बहुत उम्मीद थी और हमेशा की तरह उन्होंने निराश नहीं किया.<br />आज मन्ना दा(डे) के जन्मदिन पर दिलीप जी की स्वरांजलि भी देखी. मन्ना दा को उतना सत्कार सम्मान नहीं मिला जिसके वोह अधिकारी थे.<br />मैंने कहीं पढ़ा था और सच भी है कि शब्दों का सही उच्चारण, तलफ्फुज़, बिलकुल दुरुस्त शीन काफ़ किसी को सीखना है तो मन्ना दा के गए सभी गानों से सीखे.<br />दिलीप जी का बहुत बहुत आभार<br />अवध लालAVADHhttps://www.blogger.com/profile/10249724769054535628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-28247453751521370002010-05-02T22:22:28.962+05:302010-05-02T22:22:28.962+05:30अरे! दिलीप जी आप?
आप गाते भी हैं ?छुपे रुस्तम निकल...अरे! दिलीप जी आप?<br />आप गाते भी हैं ?छुपे रुस्तम निकले भई आप तो.ये तो संजोग से हम फेरी लगाने चले आये.गायक कि आगाह आपका नाम पधा पहले थोडा क्न्फ्युज़ं हुआ,फोतो देखते ही पहचान गए.तो...बधाई आपको,अच्छा गाते हैं आप. <br />अगर कभी मिल लिए जिंदगी में ना तो ये तो पक्की बात गाने खूब सुनायेंगे एक दुसरे को. हम भी गानों के बेहद शौक़ीन है और पूरे २ इतने गाने गा लेते हैं ना कि खुद आश्चर्य करते हैं कभी कभी जैसे सी.डी .चालू कर दि हो किसी ने.सच्ची इतना शौक है और आपने जो गया न वो किशोर जी के गए उन गानों में से एक है जो हमे बहुत पसंद है 'क्या बताऊँ मैं कहाँ यूँही चला जाता हूँ,जो मुझे फिर से बुला ले वो इशारा ना रहा.'<br />एक बार फिर ढेर सारी बधाई पूरी टीम को.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-21984398891704402512010-05-02T21:10:01.733+05:302010-05-02T21:10:01.733+05:30तकनीक तो सिखाई जा सकती है, कला नहीं. किशोर इसके जी...तकनीक तो सिखाई जा सकती है, कला नहीं. किशोर इसके जीते-जागते सबूत थे.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.com