tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post5378808329948312095..comments2024-03-19T02:10:35.267+05:30Comments on आवाज़: सांसों की माला में सिमरूं मैं पी का नाम...बाबा नुसरत फ़तेह अली ख़ां की आवाज़ में एक दुर्लभ कम्पोज़ीशननियंत्रक । Adminhttp://www.blogger.com/profile/02514011417882102182noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-90617928747884135762010-03-22T09:13:45.446+05:302010-03-22T09:13:45.446+05:30hai hari boll sat nam wahe guruhai hari boll sat nam wahe gururamesh pandyahttps://www.blogger.com/profile/14345572068872276881noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-34289793210593165002008-11-17T14:01:00.000+05:302008-11-17T14:01:00.000+05:30इन्हे सुनने के बाद लगता है कि सुरो को साध कर रब को...इन्हे सुनने के बाद लगता है कि सुरो को साध कर रब को पाया जा सकताहै,दिल से सुन कर रब कि अनुभूति कि जासकती है दिलिप खत्रीUnknownhttps://www.blogger.com/profile/03250631479641290336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-52596842740556568072008-10-26T07:56:00.000+05:302008-10-26T07:56:00.000+05:30पांडेजी आपने ये कम्पोजीशन नुसरत साहब की आवाज में स...पांडेजी आपने ये कम्पोजीशन नुसरत साहब की आवाज में सुनकर अभिभूत कर दिया . अलग ही रूहानियत महसूस कर रहा हूँ . आपका तहे दिल से शुक्रिया.AMIT ARUN SAHUhttps://www.blogger.com/profile/03524891426021398604noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-82785129032350148692008-10-24T16:48:00.000+05:302008-10-24T16:48:00.000+05:30नुसरत साहब को सुनने को मिले तो कहने-सुनने को कुछ औ...नुसरत साहब को सुनने को मिले तो कहने-सुनने को कुछ और नहीं रह जाता।<BR/>आभारी हूँ अशोक जी का।<BR/><BR/>बधाईयाँ।विश्व दीपकhttps://www.blogger.com/profile/10276082553907088514noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-500662342767825452008-10-23T03:58:00.000+05:302008-10-23T03:58:00.000+05:30बहुत ही शुक्रिया। डूब ही जाना है इसमें तो...बहुत ही शुक्रिया। डूब ही जाना है इसमें तो...Manoshi Chatterjee मानोशी चटर्जी https://www.blogger.com/profile/13192804315253355418noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-71055868003723479472008-10-22T23:18:00.000+05:302008-10-22T23:18:00.000+05:30डूबो देने वाला संगीत। सूफी संगीत के बारे में हम आम...डूबो देने वाला संगीत। सूफी संगीत के बारे में हम आम श्रोता भी इतना जान पा रहे हैं और इस तरह के दुर्लभ संगीत सुन पा रहे हैं, तो वो केवल अशोक जी की कृपा के कारण।शैलेश भारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-80366231212289166072008-10-22T22:56:00.000+05:302008-10-22T22:56:00.000+05:30क्या बात है..अशोक जी... आपको किस तरह से धन्यवाद कह...क्या बात है..<BR/>अशोक जी... आपको किस तरह से धन्यवाद कहूँ...<BR/>सुनते ही मस्ती सी आ गई...बार बार सुनने का मन कर रहा है...तपन शर्मा Tapan Sharmahttps://www.blogger.com/profile/02380012895583703832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-33562579979095453222008-10-22T19:45:00.000+05:302008-10-22T19:45:00.000+05:30आनन्द आ गया!!आभार.आनन्द आ गया!!आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-21884614694822284772008-10-22T10:44:00.000+05:302008-10-22T10:44:00.000+05:30ऐसी मस्ती पिला दी आज तो कि पूरे दिन खुमारी रहेगी व...ऐसी मस्ती पिला दी आज तो कि पूरे दिन खुमारी रहेगी वाह क्या बात है नुसरत साहब की और हमरे प्रिय अशोक भाई की भी...Sajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.com