tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post7231237998002542620..comments2024-03-19T02:10:35.267+05:30Comments on आवाज़: रौशन दिल, बेदार नज़र दे या अल्लाह...इसी दुआ के साथ लता दीदी को जन्मदिन की हार्दिक बधाईनियंत्रक । Adminhttp://www.blogger.com/profile/02514011417882102182noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-39532221024208682092009-10-08T07:48:50.549+05:302009-10-08T07:48:50.549+05:30tanha ji main gazalen shukravar k bad hi bhej paun...tanha ji main gazalen shukravar k bad hi bhej pauna lein shukravar k bad zyada waqt nhi legaga wada raha jald hi 2-3 din me bhej dunga.(koi pareshani ki bat to nahi hai?)<br /><br />shukriya.Shamikh Farazhttps://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-15262514199909554152009-10-06T18:07:21.556+05:302009-10-06T18:07:21.556+05:30शामिख जी,
वैसे तो आप किसी भी शायर की किसी भी गज़ल ...शामिख जी,<br />वैसे तो आप किसी भी शायर की किसी भी गज़ल की फ़रमाईश कर सकते हैं, लेकिन यहाँ दो बातें ध्यान देने की हैं:<br />१) तीनों गज़लों के फ़नकार अलग-अलग हों ताकि हम ज्यादा से ज्यादा जानकारी लेकर हाज़िर हो सकें<br />२) वह गज़ल किसी न किसी ने गाई हो, मतलब कि आपने कहीं उस गज़ल को सुना हुआ हो। हम उन गज़लों को पेश नहीं कर सकते, जिसकी रिकार्डिंग या तो हुई हीं ना हो या फिर हमें वह रिकार्डिंग हासिल न हो।<br /><br />समझ गए ना :)<br /><br />-विश्व दीपकविश्व दीपकhttps://www.blogger.com/profile/10276082553907088514noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-87016849901804248192009-10-06T14:56:16.777+05:302009-10-06T14:56:16.777+05:30तनहा जी मैं यह जानना चाहता हूँ की क्या किसी भी शाय...तनहा जी मैं यह जानना चाहता हूँ की क्या किसी भी शायर की कोई भी गज़ल की फरमाइश कर सकता हूँ या इस के लिए किसी तरह की नियम और शर्तें हैं?Shamikh Farazhttps://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-77742768610252950532009-10-06T14:55:09.816+05:302009-10-06T14:55:09.816+05:30सीमा जी को निर्विरोध जीत के लिए मुबारकबाद. साथ ही ...सीमा जी को निर्विरोध जीत के लिए मुबारकबाद. साथ ही शरद जी को भी.Shamikh Farazhttps://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-54523282094934050172009-10-06T14:53:34.816+05:302009-10-06T14:53:34.816+05:30उम्र जिन की गुनाह में गुज़री
उन के दामन से दाग़ ग...उम्र जिन की गुनाह में गुज़री <br />उन के दामन से दाग़ ग़ाइब है<br /><br />rajendra rahbarShamikh Farazhttps://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-64117817270461222662009-10-06T14:53:01.720+05:302009-10-06T14:53:01.720+05:30वो कौन हैं जिन्हें तौबा की मिल गयी फ़ुरसत / हमें त...वो कौन हैं जिन्हें तौबा की मिल गयी फ़ुरसत / हमें तो गुनाह करने को जिंदगी कम है. <br /><br />गौतम राजरिशीShamikh Farazhttps://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-69996373422411226682009-10-06T14:50:48.785+05:302009-10-06T14:50:48.785+05:30ग़म बढे़ आते हैं क़ातिल की निगाहों की तरह
तुम छिप...ग़म बढे़ आते हैं क़ातिल की निगाहों की तरह <br />तुम छिपा लो मुझे, ऐ दोस्त, गुनाहों की तरह <br /><br />sudarshan fakirShamikh Farazhttps://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-62048677593467343272009-10-06T14:49:03.382+05:302009-10-06T14:49:03.382+05:30चलना अगर गुनाह है अपने उसूल पर
सारी उमर सज़ाओं का...चलना अगर गुनाह है अपने उसूल पर <br />सारी उमर सज़ाओं का ही सिल सिला चलेShamikh Farazhttps://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-66404621320770137722009-10-06T14:45:43.556+05:302009-10-06T14:45:43.556+05:30इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है. मां बहुत गुस...इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है. मां बहुत गुस्से में होती है तो रो देती है <br /><br />munavvar ranaShamikh Farazhttps://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-29021618481128706772009-10-06T14:43:26.634+05:302009-10-06T14:43:26.634+05:30आदतन तुम ने कर िदये वादे
आदतन हम ने ऐतबार िकया
...आदतन तुम ने कर िदये वादे <br />आदतन हम ने ऐतबार िकया <br /><br />तेरी राहों में हर बार रुक कर <br />हम ने अपना ही इन्तज़ार िकया <br /><br />अब ना माँगेंगे िजन्दगी या रब <br />ये गुनाह हम ने एक बार िकया <br /><br />gulzarShamikh Farazhttps://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-77260961680537017422009-10-06T14:42:41.528+05:302009-10-06T14:42:41.528+05:30This comment has been removed by the author.Shamikh Farazhttps://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-91611294757178670522009-10-06T14:40:39.275+05:302009-10-06T14:40:39.275+05:30इक फ़ुर्सते-गुनाह मिली, वो भी चार दिन
देखे हैं हमन...इक फ़ुर्सते-गुनाह मिली, वो भी चार दिन<br />देखे हैं हमने हौसले परवरदिगार के<br /><br />फैज़ अहमद फैज़ साहब का शे'र है.Shamikh Farazhttps://www.blogger.com/profile/11293266231977127796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-65277497440180955342009-10-06T12:04:46.514+05:302009-10-06T12:04:46.514+05:30जरा हड़बड़ी में कहना भूल गयी थी की लता जी की आवाज़ मे...जरा हड़बड़ी में कहना भूल गयी थी की लता जी की आवाज़ में गाई कतील साहिब की यह ग़ज़ल बहुत ही अच्छी लगी. इसे सुनवाने का बेहद शुक्रिया.Shanno Aggarwalhttps://www.blogger.com/profile/00253503962387361628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-73179740058661499932009-10-06T11:56:27.496+05:302009-10-06T11:56:27.496+05:30तन्हा जी,
बहुत शुक्रिया! आपके हौसले से मन को दूनी...तन्हा जी, <br />बहुत शुक्रिया! आपके हौसले से मन को दूनी ख़ुशी मिलती है. और अपने शेर लिखने का जुनून अब भी बरक़रार है. तो फिर क्या यह शेर भी चलेगा?<br /> <br />निगाह भर के उन्हें देखने का गुनाह कर बैठे <br />सरे आम ज़माने ने फिर मचाई फजीहत ऐसी.Shanno Aggarwalhttps://www.blogger.com/profile/00253503962387361628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-83884930426338498512009-10-06T10:06:29.104+05:302009-10-06T10:06:29.104+05:30तेरी जिस पर निगाह होती है
उसे जीने की चाह होती है
...तेरी जिस पर निगाह होती है<br />उसे जीने की चाह होती है<br />दिल दुखा कर किसी को हासिल हो<br />कामयाबी गुनाह होती है ।<br />(स्वरचित)शरद तैलंगhttps://www.blogger.com/profile/07021627169463230364noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-89698276664075580242009-10-06T09:00:57.736+05:302009-10-06T09:00:57.736+05:30इसे गुनाह कहें या कहें सवाब का काम
नदी को सौंप दिय...इसे गुनाह कहें या कहें सवाब का काम<br />नदी को सौंप दिया प्यास ने सराब का काम<br />(शहरयार )<br />ढीली हुई गिरफ़्त जुनूँ की के जल उठा <br />ताक़-ए-हवस में कोई चराग़-ए-गुनाह फिर <br />(शहरयार )<br /><br />अब ना माँगेंगे िजन्दगी या रब <br />ये गुनाह हम ने एक बार िकया <br />(गुलज़ार )<br />नज़र मिला न सके उससे उस निगाह के बाद । <br /><br />वही है हाल हमारा जो हो गुनाह के बाद ।। <br />( कृष्ण बिहारी 'नूर' )<br />दिल में किसी के राह किये जा रहा हूँ मैं <br />कितना हसीं गुनाह किये जा रहा हूँ मैं <br />(जिगर मुरादाबादी )<br />regardsseema guptahttps://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-22352419791277789582009-10-06T08:54:17.591+05:302009-10-06T08:54:17.591+05:30आदरणीय शरद जी, और शामिख जी को हार्दिक बधाई.
rega...आदरणीय शरद जी, और शामिख जी को हार्दिक बधाई. <br /><br />regardsseema guptahttps://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-50916782315606136632009-10-06T08:53:18.274+05:302009-10-06T08:53:18.274+05:30दोनों जहान तेरी मुहब्बत में हार के
वो जा रहा है को...दोनों जहान तेरी मुहब्बत में हार के<br />वो जा रहा है कोई शबे-ग़म गुज़ार के<br /><br />वीराँ है मैकदा ख़ुमो-सागर उदास है<br />तुम क्या गए कि रूठ गए दिन बहार के<br /><br />इक फ़ुर्सते-गुनाह मिली, वो भी चार दिन<br />देखे हैं हमने हौसले परवरदिगार के<br /><br />दुनिया ने तेरी याद से बेगाना कर दिया<br />तुझसे भी दिलफ़रेब हैं, ग़म रोज़गार के<br /><br />भूले से मुस्करा तो दिए थे वो आज ‘फ़ैज़’<br />मत पूछ वलवले दिले नाकर्दाकार के<br /><br />regardsseema guptahttps://www.blogger.com/profile/02590396195009950310noreply@blogger.com