tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post7775572398761873947..comments2024-03-19T02:10:35.267+05:30Comments on आवाज़: क्या क्या कहूँ रे कान्हा...पी सुशीला और रमेश नायडू ने रचा ये दुर्लभ गीतनियंत्रक । Adminhttp://www.blogger.com/profile/02514011417882102182noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-9742813806480844652010-06-13T06:36:49.549+05:302010-06-13T06:36:49.549+05:30आईये जानें .... क्या हम मन के गुलाम हैं!आईये जानें .... क्या हम मन के गुलाम हैं!आचार्य उदयhttps://www.blogger.com/profile/05680266436473549689noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-45711841197786638302010-06-12T22:58:22.887+05:302010-06-12T22:58:22.887+05:30गायिका : सुधा मलहोत्रा
पिछ्ली पहेली में मेरा खाता...गायिका : सुधा मलहोत्रा <br />पिछ्ली पहेली में मेरा खाता ३ अंकों से खुलना चाहिए न कि २ से ।शरद तैलंगhttps://www.blogger.com/profile/07021627169463230364noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-22860733384876627692010-06-12T22:39:40.899+05:302010-06-12T22:39:40.899+05:30अगर मैं गलत नहीं हूँ तो संगीतकार होने चाहिए गुलाम ...अगर मैं गलत नहीं हूँ तो संगीतकार होने चाहिए गुलाम मोहम्मद जो नौशाद साहेब के सहायक थे और इसी वजह से उनके इंतकाल के बाद नौशाद साहेब ने पाकीज़ा फिल्म का संगीत पूरा करने में मदद की थी.<br />अवध लालAVADHhttps://www.blogger.com/profile/10249724769054535628noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-87437222176729792522010-06-12T21:34:55.457+05:302010-06-12T21:34:55.457+05:30नमस्तेजी सभी को.
जनगणना में ऐसे फंसे है न हम तो कि...नमस्तेजी सभी को.<br />जनगणना में ऐसे फंसे है न हम तो कि चाह कर भी समय नही दे प रहे.<br />पर सभी प्रतियोगियों को हमारी ओर से बधाई और शुभकामनायें .indu puri goswamihttp://moon-uddhv.blogspot.comnoreply@blogger.com