tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post9160729740526155103..comments2024-03-19T02:10:35.267+05:30Comments on आवाज़: जितनी सुरीली हैं ग़ालिब की ग़ज़लें; गाने में दोगुना तप मांगती हैंनियंत्रक । Adminhttp://www.blogger.com/profile/02514011417882102182noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-33263553447533901532008-11-15T13:07:00.000+05:302008-11-15T13:07:00.000+05:30इस अभियान से जुड़े आप सभी और आधुनिक तकनीक दोनों का...इस अभियान से जुड़े आप सभी और आधुनिक तकनीक दोनों का अतिशय आभार। यह दुर्लभ अनुभूति है।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-46788613615010784512008-09-27T22:08:00.000+05:302008-09-27T22:08:00.000+05:30आभार आप सबका भी. लताजी पर लिखना पूर्वजन्म के पुण्य...आभार आप सबका भी. लताजी पर लिखना पूर्वजन्म के पुण्य और आवाज़ के साथियों के प्रेमपूर्ण इसरार से ही संभव हो पाया है. लताजी जब भी लिखने बैठता हूँ लगता है ईश्वर ने आज फिर कृपा बरसाई मुझ पर. आज तक मिला नहीं लताजी से न कभी दर्शन किये लेकिन न जाने क्यों लगता है कि उनका संगीत ही उनका परिचय है ...और क्या मिलना. शुक्रिया अदा करता हूँ आप सभी का.संजय पटेलhttps://www.blogger.com/profile/04535969668109446884noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-14130584088513017472008-09-26T20:20:00.000+05:302008-09-26T20:20:00.000+05:30संजय भाई आपका ये आलेख सहेज कर रखने लायक है, और सभी...संजय भाई आपका ये आलेख सहेज कर रखने लायक है, और सभी लोग विशेषकर गायक संगीतकार आदि के लिए बहुत ही आवश्यक भी, आवाज़ पर संगीत से जुड़े सैकड़ों लोग रोज आते हैं वो सब टिप्पणियों के अभ्यस्त नही हैं पर मुझे यकीं है वो मन ही मन आपको दुवाएं दे कर जाते होंगे इटें सुंदर आलेखों के लिए, आपने सही कहा किसी भी कलाकार को समीक्षा की नज़र से तोलना एक बात है उस कलाकार के उपर जो प्रेशर होता है उसका समझना बेहद मुश्किल, लता घलिब और हृदयनाथ कमाल की ग़ज़लें हैं भाई ....आभारSajeevhttps://www.blogger.com/profile/08906311153913173185noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-9640817976581812912008-09-26T05:26:00.000+05:302008-09-26T05:26:00.000+05:30बहुत सुंदर प्रस्तुति. इस संकलन के लिए धन्यवाद.बहुत सुंदर प्रस्तुति. इस संकलन के लिए धन्यवाद.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-64962664590513827892008-09-26T00:09:00.000+05:302008-09-26T00:09:00.000+05:30इससे अच्छा उपहार लता जी के प्रशन्शको को उनके जन्म ...इससे अच्छा उपहार लता जी के प्रशन्शको को उनके जन्म दिवस पर और क्या मिल सकता है...<BR/>लता जी और ग़ालिब को साथ सुनने का मौका देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद.<BR/>सचमुच दिल संगीत में खो गया है.दीपालीhttps://www.blogger.com/profile/17652883863725421545noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-91751093945201583522008-09-25T21:43:00.000+05:302008-09-25T21:43:00.000+05:30बेहतरीन प्रस्तुति ~~ बस आनँद ही आनँद ! - लावण्याबेहतरीन प्रस्तुति ~~ <BR/>बस आनँद ही आनँद !<BR/> - लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-68047995663696936562008-09-25T18:28:00.000+05:302008-09-25T18:28:00.000+05:30संजय जी,आपकी कही बातों को ध्यान में रखा और सुना, स...संजय जी,<BR/><BR/>आपकी कही बातों को ध्यान में रखा और सुना, सच में डूब गया। सच है कि दुनिया में बहुत कुछ बढ़िया है, बस आप जैसा मार्गदर्शक चाहिए जो अपने ज्ञान और अपनी मर्मज्ञता से मार्ग प्रशस्त करता रहे।शैलेश भारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-57348039287796250432008-09-25T10:38:00.000+05:302008-09-25T10:38:00.000+05:30एक नायब गजल सुनवाने का शुक्रिया ।एक नायब गजल सुनवाने का शुक्रिया ।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2806191542948835941.post-66365330630766504642008-09-25T09:50:00.000+05:302008-09-25T09:50:00.000+05:30संजय जी लता जी का अनन्य भक्त होने के बाद भी एक ब...संजय जी लता जी का अनन्य भक्त होने के बाद भी एक बात सच कहना चाहूंगा वो ये कि कभी नेकी भी उसके जी में ग़ज़ल मुझे आशा जी वाली जियादह अच्छी लगती है । उसे भी श्रोताओं को अवश्य सुनाइयेगा । आपने एक दुर्लभ एलबम को श्रोताओं को सुनाया है ये लता सिंग्स ग़ालिब के नाम से एचएमवी पर आया था हाय डायनामिक सीरीज में । और उसके बारे में एक खास बात ये हैं कि फिल्म लेकिन की धुनों में इसकी कुछ धुनों की प्रतिध्वनि सुनाई देती है ऐसा शायद संगीतकार एक होने के कारण हुआ है । <BR/>पंकज सुबीरपंकज सुबीरhttps://www.blogger.com/profile/16918539411396437961noreply@blogger.com