Friday, October 31, 2008

तूने ये क्या कर दिया ...ओ साहिबा...



दूसरे सत्र के १८ वें गीत का विश्वव्यापी उदघाटन आज

"जीत के गीत" और "मेरे सरकार" गीत गाकर अपनी आवाज़ का जादू बिखेरने वाले बिस्वजीत आज लौटे हैं एक नए गीत के साथ, और लौटे हैं कोलकत्ता के सुभोजित जिन्होंने छोटी सी उम्र में ही अपनी प्रतिभा से हर किसी को प्रभावित किया है. सजीव सारथी के लिखे इस नए गीत में प्रेम की पहली छुअन है जिसका बिस्वजीत अपने शब्दों में कुछ इस तरह बखान करते हैं -

"कुछ गाने ऐसे होते है जिनमें खो जाने को मन करता है. "साहिबा" ऐसा एक गाना है. सच बताऊँ तो गाने के समय एक बार भी मुझे लगा नहीं कि मैं गा रहा हूँ. ऐसे लगा जैसे इस कहानी में मैं ही वो लड़का हूँ जिस पर कोई लड़की जादू कर गई है, कुछ पल की मुलाक़ात के बाद और चंद लम्हों में मेरी साहिबा बन चुकी है. तड़प रहा हूँ मैं दूरी से, जो दिल में बस गई है उसके ना होने से. सजीव जी के शब्दों ने मुझे मजबूर कर दिया उस तड़प की गहराइयों को महसूस करने के लिए. सुभोजित का म्यूजिक भी लाजवाब है. आशा कर रहा हूँ ये गाना भी सभी को पसंद आएगा"

आप भी सुनें सुभोजित का स्वरबद्ध और बिस्वजीत का गाया ये नया गीत और अपनी राय देकर इस गीत के रचियेताओं तक अपनी बात पहुंचायें.

गीत को सुनने के लिए नीचे के प्लेयर पर क्लिक करें -






This brand new song "o sahibaa" has a romantic feel in it, based on a situation where the protagonist falls in love with a beautiful hill station girl. Composed by our youngest composer Subhojit and rendered by Biswajit Nanda, penned by Sajeev Sarathie. So enjoy this brand new song and do let us know what you guys feel for it.

To listen please click on the player -



Lyrics - गीत के बोल

खामखाँ तो नही, ये खुमारी सनम,
बेवजह ही नही बेकरारी सनम,
कुछ तो है बात जो छाई है ऐसी बेखुदी,
है होश गुम मगर,जागी हुई सी है जिंदगी,
तुने ये क्या कर दिया ....ओ साहिबा.
ये दर्द कैसा दे दिया ...ओ साहिबा...
ओ साहिबा... ओ साहिबा...
ओ साहिबा...ओ साहिबा...

दिल के जज़्बात भी,अब तो बस में नही,
वक्त ओ हालात का, होश भी कुछ नही,
कब जले दिन यहाँ, कब बुझे रातें,
अपनी ख़बर हो या, यारों की बातें... याद कुछ भी नही...
कुछ है तो बात जो.....

दूर होकर भी तू, हर घड़ी पास है,
फ़िर भी दीदार की आँखों में प्यास है,
खुशबू से तेरी है सांसों में हलचल,
मेरे वजूद पे छाया जो हर पल... तेरा एहसास है....
कुछ तो है बात जो....

SONG # 18, SEASON # 02, "O SAHIBAA" OPENED ON AWAAZ ON 31/10/2008.
Music @ Hind Yugm, Where music is a passion.


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13 श्रोताओं का कहना है :

आशीष कुमार 'अंशु' का कहना है कि -

हिन्दी युग्म की जितनी तारीफ़ करूं, कम है

Shishir Parkhie का कहना है कि -

Nice team effort. Composition & Lyrics are good.

Anonymous का कहना है कि -

Bahut accha gana hai. Music bahut acchi laga, especially those strings and beats. I think music alone would be nice to hear. Sajeev ji pen is marvellous, beautiful words...har alfaaz ko behtareen tareeke se geet mein piroya hai.

** gaane mein echo zhayda lag raha hai.

सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी का कहना है कि -

वाह! गीत में इसके रचयिताओं की मेहनत झलकती है।

Smart Indian का कहना है कि -

Another excellent piece.

Anonymous का कहना है कि -

Lyrics, music and voice PERFECT! Amazing! Song agar recording studio me record kiya hota to result aur bhi accha hota. Great work!

Anonymous का कहना है कि -

A nice composition. But the reverb effect was highly introduced which, to some extent , distorted singers voice.

दीपाली का कहना है कि -

पुरी टीम को बहुत-बहुत बधाई.....
विश्वजीत आपकी आवाज़ ने गाने में जान डाल दी है.

Anonymous का कहना है कि -

I heard it....Subhojit has good voice...rich indeed. Hope the flower of his talent will bloom fully.

shahid

shivani का कहना है कि -

इस रोमांटिक गीत को जितना सुन्दर सजीव जी ने लिखा है उतने ही प्यार से सुभोजेत ने अपना संगीत और बिस्वजीत ने गा कर उसको और भी रोमांटिक बना दिया है !संगीत बहुत मधुर और कर्णप्रिय है उसी मधुरता के साथ बिस्वजीत जी ने गा कर उसको और मधुर बना दिया है !आप तीनों की जोड़ी ने अपनी मेहनत और लगन से हम सबके समक्ष बेहद प्यारा और रोमांटिक गीत प्रस्तुत किया है !तुने ये क्या कर दिया ओ साहिबा .....ये दर्द कैसा दे दिया ...ओ साहिबा ...बहुत ही प्यार और जज़्बात के साथ गाया है !आपके उज्व्वल भविष्य की कामना करते हुए इतनी सुन्दर गीत के लिए आपको बहुत बहुत शुभकामनायें !

Unknown का कहना है कि -

Nice composition. I am already a fan of Biswajit and Sajeev. They take the song to the next level, with their work.

Anonymous का कहना है कि -

सजीव कमाल कर दिया .........
साहिबा ने सच मै होश छीन लिए....क्या लिखते हो !!!!!!!!!!कमाल है बहुत बढ़िया ईश्वर आपकी लेखनी की धार और पैनी करे..

- आशा

Anonymous का कहना है कि -

aapko shayd nahi pata ki aapne ye kya kar diya hai...apna dil nikaal kar hi rakh di jisme se aapki saari feeling dikh gayi ok
behad khoobsarat gana ....hindi yugm ko thanks!!!

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