Sunday, April 26, 2009

इस इतवार की कॉफी ऑनलाइन कवि सभा के साथ



Dr Shyam Sakha Shyam
डॉ श्याम सखा 'श्याम'
सभी कविता प्रेमियों को अप्रैल माह के अंतिम रविवार का नमस्कार। जो आवाज़ के पुराने श्रोता हैं, उन्हें तो समझ में आ ही गया होगा कि हमने आखिरी रविवार क्यों कहा। जी हाँ, हम लेकर हाज़िर है पॉडकास्ट कवि सम्मेलन का ताज़ा अंक। इस बार कार्यक्रम की स्थाई संचालिका डॉ॰ मृदुल कीर्ति अनुपस्थित थीं। इसलिए इसबार संचालन का दायित्य डॉ॰ श्याम सखा 'श्याम' निभा रहे हैं। हिन्द युग्म के वार्षिकोत्सव में हमने श्याम जी के संचालन कौशल को देखा था,आज जब हमने उनसे संचालन हेतु कहा तो उन्होंने बताया कि वे व्यस्त हैं, और आज ही उनकी मेरिज एनिवर्सिरी भी है। पर हमारे कहने पर वे तैयार हो गये। उन्होंने अति व्यस्त कार्यक्र्म में यह संचालन किया हम उनके आभारी हैं।
डॉ० श्याम अपना-अपनी धर्मपत्नि व बच्चों के जन्मदिन था वैवाहिक वर्षगाँठ जैसे अवसरों पर अपने अस्पताल में मरीजो का मुफ़्त इलाज कर मनाते हैं। यह अलग बात है कि वे यह बात मरीजों को बताते नहीं कि वह आज जाँच-x-ray,test,ultrasound आदि मुफ़्त क्यों कर रहे हैं।

यद्यपि डॉ॰ मृदुल कीर्ति की अनुपस्थिति की सूचना हमें एक सप्ताह पहले मिल गई थी। उसके बाद हमने इसका संचालन युवा पत्रकार तरूश्री शर्मा को सौंप दिया था। परंतु अचानक उनके बीमार हो जाने से यह आपातकालीन स्थिति बनी, जिसके कारण हमें एक डॉक्टर की शरण में जाना पड़ा।

अब आप सुनें और बतायें कि हम अपने प्रयास में कितने सफल हुए हैं-
नीचे के प्लेयर से सुनें:

प्रतिभागी कवि- विवेक रंजन श्रीवास्तव 'विनम्र', आचार्य संजीव 'सलिल', शारदा अरोरा, डॉ॰ अनिल चड्डा, एस कुमार शर्मा, हरिहर झा, रश्मि प्रभा, योगेन्द्र समदर्शी और कमलप्रीत सिंह।

यह भाग डाउनलोड करें।


यह कवि सम्मेलन तकनीक के माध्यम से अलग-अलग स्थानों पर बैठे कवियों को एक वर्चुअल मंच पर एक साथ बिठाने की कोशिश है। यदि आप हमारे आने वाले पॉडकास्ट कवि सम्मलेन में भाग लेना चाहते हैं
1॰ अपनी आवाज़ में अपनी कविता/कविताएँ रिकॉर्ड करके भेजें।
2॰ जिस कविता की रिकॉर्डिंग आप भेज रहे हैं, उसे लिखित रूप में भी भेजें।
3॰ अधिकतम 10 वाक्यों का अपना परिचय भेजें, जिसमें पेशा, स्थान, अभिरूचियाँ ज़रूर अंकित करें।
4॰ अपना फोन नं॰ भी भेजें ताकि आवश्यकता पड़ने पर हम तुरंत संपर्क कर सकें।
5॰ कवितायें भेजते समय कृपया ध्यान रखें कि वे 128 kbps स्टीरेओ mp3 फॉर्मेट में हों और पृष्ठभूमि में कोई संगीत न हो।
6॰ उपर्युक्त सामग्री भेजने के लिए ईमेल पता- podcast.hindyugm@gmail.com


पॉडकास्ट कवि सम्मेलन के अगले अंक का प्रसारण 31 मई 2009 को किया जायेगा और इसमें भाग लेने के लिए रिकॉर्डिंग भेजने की अन्तिम तिथि है 24 मई 2009

हम सभी कवियों से यह अनुरोध करते हैं कि अपनी आवाज़ में अपनी कविता/कविताएँ रिकॉर्ड करके podcast.hindyugm@gmail.com पर भेजें। आपकी ऑनलाइन न रहने की स्थिति में भी हम आपकी आवाज़ का समुचित इस्तेमाल करने की कोशिश करेंगे।

रिकॉर्डिंग करना कोई बहुत मुश्किल काम नहीं है। हमारे ऑनलाइन ट्यूटोरियल की मदद से आप सहज ही रिकॉर्डिंग कर सकेंगे। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें।

# Podcast Kavi Sammelan. Part 10. Month: April 2009.
कॉपीराइट सूचना: हिंद-युग्म और उसके सभी सह-संस्थानों पर प्रकाशित और प्रसारित रचनाओं, सामग्रियों पर रचनाकार और हिन्द-युग्म का सर्वाधिकार सुरक्षित है।



फेसबुक-श्रोता यहाँ टिप्पणी करें
अन्य पाठक नीचे के लिंक से टिप्पणी करें-

आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)

9 श्रोताओं का कहना है :

Sajeev का कहना है कि -

श्याम जी वैवाहिक वर्षगांठ की ढेरों ढेरों बधाई....आप इन महत्वपूर्ण दिनों को जिस अंदाज़ में मानते हैं वो तो वाकई अनुसरणीय है. ईश्वर आपको और अधिक संपन्नता और समृद्धी दें. कवि सम्मलेन में मृदुल जी की कमी अवश्य खली पर कुछ अच्छी कवितायेँ भी सुनने को मिली, कुछ रिकॉर्डइंग्स साफ़ नहीं है.

संत शर्मा का कहना है कि -

"पॉडकास्ट कवि सम्मलेन" को संचालित करने का डॉ. श्याम सखा "श्याम" जी का अंदाज अच्छा लगा | उनको, उनके वैवाहिक वर्षगांठ की हार्दिक बधाई | इस कवि सम्मलेन के माध्यम से अच्छी - अच्छी कविताये सुनने को मिली, ये क्रम आगे भी यू ही बना रहें | हमारी शुभकामनाये और इस सम्मलेन में मेरी कविता "बचपन" को स्थान देने के लिए धन्यवाद |

शोभा का कहना है कि -

इसबार का कविसम्मेलन और भी अधिक प्रभावी रहा। हर एक कविता विशिष्ट रही।
रश्मि जी की कविता और पाठ बहुत भाया। श्याम जी का संचालन हमेशा की तरह बहुत सहज और स्वाभाविक लगा। युग्म को इतने अच्छे आयोजन के लिए बधाई।

Shanno Aggarwal का कहना है कि -

श्याम जी,
सबसे पहले आपकी Marriage Anniversary पर ढेरों बधाई! फिर कहना चाहती हूँ कि इस बार के कवि-सम्मलेन का संचालन आपने भी बहुत अच्छी तरह से निभाया. और इस बार तो तालियाँ भी सुनाई पड़ीं. वाह! भई, वाह! और सभी कवियों की रचनाएं भी अच्छी लगीं.

Rashmi Prabha का कहना है कि -

bahut achha laga kavya-paath,par aawaaz aur spasht ho to behtar lagega......

शैलेश भारतवासी का कहना है कि -

आपातकालीन स्थिति थी, फिर भी डॉ॰ श्याम सखा जी ने कार्यक्रम को सम्हाल लिया और सफल बनाया। बहुत-बहुत आभार। इस बार अच्छी बात यह भी रही कि बहुतेरे नये कवियों की कविताएँ सुनने को मिलीं। विवेक रंजन जी ने, शारदा जी ने, रश्मि प्रभा जी ने, डॉ॰ अनिल चड्डा जी ने और एस॰ कुमार शर्मा जी ने पहली बार इस सम्मेलन में भाग लिया। आशा है आप सभी आगे भी भाग लेंगे।

मुझे रश्मि प्रभा जी का काव्यपाठ बेहद पसंद आया। विवेक रंजन का काव्यपाठ भी अच्छा लगा।

रश्मि जी,

जहाँ तक आवाज़ और रिकॉर्डिंग का मुद्दा है तो यह कार्यक्रम आप जानती हैं कि अलग-अलग स्थानों से मिली रिकॉर्डिंग को पिरोकर बनाया जाता है। कई कवि अभी रिकॉर्डिंग को नया-नया सीखे हैं। बहुत तो सीख भी नहीं पाये हैं। सोच रहे हैं। हिन्द-युग्म के इस प्रयास ने बहुतों को आवाज़ रिकॉर्ड करना सिखा दिया है। लेकिन फिर भी किसी की रिकॉर्डिंग में आवाज़ बहुत धीमी होती है, तो किसी-किसी रिकॉर्डिंग के पार्श्व में कुछ और चल रहा होता है। वैसे हम इसे भी इस कार्यक्रम का विविध रंग मानकर चलना चाहिए।

अगली बार हमारी कोशिश होगी कि आवाज़ और रिकॉर्डिंग की गुणवत्ता इस बार से बेहतर हो।

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` का कहना है कि -

हिन्दी युग्म का यह प्रयास भी पसँद आया -
सभी कवियोँ की कविता विविध विष्योँ पर बहुत ही अच्छी लगीँ
श्याम जी वैवाहिक वर्षगांठ की ढेरों ढेरों बधाई कवि सम्मेलन इसी भाँति सफल हो यही सद्` आशा सहित,
स स्नेह,
- लावण्या

manu का कहना है कि -

अभी तक नहीं सुन पाए हम तो,,,,
पर श्याम जी ने यकीनन सुंदर संचालन किया होगा,,,,
आपको बहुत बहुत बधाई शादी की सालगिरह की,,,,

gazalkbahane का कहना है कि -

आप सभी को धन्यवाद-
छुपाने में जिसको थे मश्गूल सारे
वही बात कैसे हुई यार जाहिर’
जीहाँ-मैं और हम सभी इस बात को लोगों से छुपाते थे कि इन दिनो में निशुल्क क्यों देखता हूं ,इसीलिये केवल परिवार वालों को ही इन तारीखों की खबर थी।उस दिन जब शैलेश ने पोडकास्ट की बात की तो व्यस्तता का कारण बतला बैठा,जब उसने कहा कि फ़िर तो आपकी कोई पार्टी होगी आज-बस तब यह बात निकल गई-खैर
पुन: आप सभी को धन्यवाद
श्याम सखा‘श्याम’

आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)

संग्रहालय

25 नई सुरांगिनियाँ

ओल्ड इज़ गोल्ड शृंखला

महफ़िल-ए-ग़ज़लः नई शृंखला की शुरूआत

भेंट-मुलाक़ात-Interviews

संडे स्पेशल

ताजा कहानी-पॉडकास्ट

ताज़ा पॉडकास्ट कवि सम्मेलन