सुनो कहानीः प्रेमचंद की कहानी 'अनाथ लड़की' का पॉडकास्ट
'सुनो कहानी' के स्तम्भ के तहत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियों का पॉडकास्ट। अभी पिछले सप्ताह आपने सुना था अनुराग शर्मा की आवाज़ में प्रेमचंद की कहानी 'अंधेर' का पॉडकास्ट। आज हम लेकर आये हैं अनुराग की ही आवाज़ में उपन्यास सम्राट प्रेमचंद की कहानी 'अनाथ लड़की' का पॉडकास्ट। सुनें और बतायें कि कहाँ क्या कमी रह गई? आपको अच्छा लगा तो कितान और बुरा लगा तो कितना?
नीचे के प्लेयर से सुनें.
(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)
यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें)
VBR MP3 | 64Kbps MP3 | Ogg Vorbis |
आज भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं, तो यहाँ देखें।
#Second Story, Anath Ladaki: Munsi Premchand/Hindi Audio Book/2008/03. Voice: Anuraag Sharma
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)
9 श्रोताओं का कहना है :
anaath ladki ka podcast suna ....anuraag ji bahut bahut badhai...bahut achchey se aapne is kahani ko sunaya...bahut maarmik kahani hai...aapke expressions bahut achhey hain...shubhkaamnaayein sweekar kejiye....
बहुत ही अच्छा प्रयास अनुराग जी.कहानी आपकी आवाज़ में बहुत ही कर्णप्रिय और मधुर लग रही है.अब तक की सबसे अच्छी पॉडकास्ट कहानी.आपकी आवाज़ के साथ पीछे बजती धुन भी अत्यन्त मनभावन है.
वाह अनुराग जी
आज तो बहुत सुंदर पढ़ा है. कहानी भी दिल को छूने वाली है. बहुत सुंदर. बधाई स्वीकारें.
अनुराग जी,
पहले से बहुत अधिक सुधार है इस पॉडकास्ट में। मुझे लगता है कि एक दिन आपकी आवाज़ और आपकी पढ़ी हुई कहानियाँ कथा-प्रेमियों की ज़रूरत बन जायेंगी।
शिवानी जी, दिया जी, शोभा जी और शैलेश जी,
प्रोत्साहन के लिए आप सभी का आभार. आपके विचार और सुझाव जानने और अपनाने से हमारा यह प्रयास दिन-ब-दिन बेहतर होगा.
धन्यवाद!
अनुराग भाई आपने पिछली बार की सारी कमी दूर कर दी इस बार, सुंदर लहजा, साफ़ उच्चारण, सही भाव, और बेहद अच्छा पार्श्व संगीत, वाह कहानी सुनने का आनंद आया.....प्रेमचंद की कहानी है एक "गृहदाह" कभी वो भी सुनवाएं
सजीव भाई,
हौसला अफजाई का शुक्रिया. यह सब सुधार आप लोगों के सुझावों और सहयोग से ही सम्भव हुआ है - कृपादृष्टि बनाए रखें और कमियों से अवगत कराते रहें, धन्यवाद!
क्या आप गृहदाह के किसी आधुनिक संस्करण के बारे में जानकारी दे सकते हैं ताकि ढूँढना आसान हो जाए?
hey very good
God bless u
आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)