Tuesday, December 4, 2007

सुबह की ताज़गी हो (Subah ki Tazagi ho)



हिन्द-युग्म दिसम्बर के अंत तक ८ गीतों का एक संगीत अल्बम पूरा कर लेना चाहता है। इस दिशा में युग्म ने पहला प्रयास किया है। हिन्द-युग्म का पहला संगीतबद्ध गीत 'सुबह की ताज़गी हो' (सुबोध साठे द्वारा गाया हुआ, ऋषि एस॰ बालाजी द्वारा संगीतबद्ध तथा सजीव सारथी द्वारा रचित) २७ अक्टूबर को लॉन्च किया गया था। पूरा विवरण और टिप्पणियाँ यहाँ प्रकाशित हैं।

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कवि- सजीव सारथी
स्वर- सुबोध साठे
संगीत-ऋषि एस॰ बालाजी
अक्षर- सुबह की ताज़गी
स्रोत- हिन्द-युग्म

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2 श्रोताओं का कहना है :

शोभा का कहना है कि -

सजीव जी, सुबोध जी एवं ऋषि जी
आप लोगों की मेहनत सफल हुई है । बधाई स्वीकारें

Linda का कहना है कि -

The article you have shared here very awesome. I really like and appreciated your work. I read deeply your article, the points you have mentioned in this article are useful
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