Saturday, March 29, 2008

सूरज (Sooraj)



बच्चो,

बहुत दिन हुए आपकी प्रिय मीनू आंटी की आवाज़ में हम कोई कविता पॉडकास्ट नहीं कर पा रहे थे। लेकिन आपका इंतज़ार खत्म हो गया है। हम इसबार बालकवि ऋषिकेश शिवाजी नलावडे की कविता 'सूरज' लेकर आये हैं। ज़रूर सुनिएगा, अपने दोस्तों को सुनाइएगा और बताइएगा कि कैसा लगा।

नीचे ले प्लेयर से सुनें.

(प्लेयर पर एक बार क्लिक करें, कंट्रोल सक्रिय करें फ़िर 'प्ले' पर क्लिक करें।)



यदि आप इस पॉडकास्ट को नहीं सुन पा रहे हैं तो नीचे दिये गये लिंकों से डाऊनलोड कर लें (ऑडियो फ़ाइल तीन अलग-अलग फ़ॉरमेट में है, अपनी सुविधानुसार कोई एक फ़ॉरमेट चुनें)




VBR MP364Kbps MP3Ogg Vorbis

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3 श्रोताओं का कहना है :

Alpana Verma का कहना है कि -

अच्छी प्रस्तुति

anju का कहना है कि -

बहुत अच्छा लगा
सचमुच मज़ा आया

Anonymous का कहना है कि -

बेहतर प्रयास.
आलोक सिंह "साहील"

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