Wednesday, August 13, 2008

और दिल जुनून पर है...



राख हो जायेंगे हम, आग का हुस्न फुनून पर है,
मोहब्बत बे-इन्तहा है, और दिल जुनून पर है.

Love or material needs, whatever you may want is not what you will get. Life moves on & so does your soul. But somewhere deep inside you, there is a place where that vacancy always exists forever & its irreplaceable.

ये कहना है सुदीप यशराज का, जो हैं आवाज़ पर इस हफ्ते के, उभरते सितारे. हमने कोशिश की, कि सुदीप भी हमें अपने बारे में हिन्दी में ही लिख कर दें, पर अतिव्यस्तता के चलते वो ऐसा नही कर पाये. तो हमने उनके कथन मूल रूप में ही आपके सामने रख रहे हैं.

दिल्ली में जन्मे और पढ़े बढ़े सुदीप इन दिनों मुंबई में हैं. हिंद युग्म पर अपने पहले गीत "बेइंतेहा प्यार..." को मिले प्रोत्साहन से सुदीप बेहद संतुष्ट हैं. उनका मानना है -

Business or music is creative outburst of mind which should achieve satisfaction, life is just a memory if not lived the way you want to.



I am not a trained musician & make music for personal satisfaction.

I have been lucky to be in the company of some of the great musicians of Varanasi, anything that i learnt or i know is a gift of my stay at Reeva Kothi on Assi Ghat in Varanasi. Born & bought up in a modest Brahmin family of Delhi, I have played with many popular bands in Delhi & I am now a veteran in that circuit.

I have actively composed ad jingles, musical shows for many producers in India.

Professionally I m a CRM consultant & work with one of India's biggest loyalty company in marketing domain. Whenever get free time I love spending it with my 9 months old daughter.

My music is highly influenced by my life where each songs denote moments of what I call as living. I write, compose & sing for the simple reason that the journey called life is much better with ones own creative expression.

If I ever go missing, I would be found on top of a hill along with my Guitar. Just follow the voice & you will find me.

मेरी आवाज़ ही पहचान है.... बिल्कुल ठीक है सुदीप, हम आपके संगीत के पीछा करते करते आप तक पहुँच ही जायेंगे.

सुदीप जल्द ही संगीत की दुनिया में अपनी एक नई पहचान लेकर उतरेंगे, हिंद युग्म की टीम अपनी समस्त शुभकामनायें सुदीप को देती है. सुदीप के संगीत की ताज़गी को एक बार फ़िर से महसूस कीजिये यह गीत सुनकर.


फेसबुक-श्रोता यहाँ टिप्पणी करें
अन्य पाठक नीचे के लिंक से टिप्पणी करें-

आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)

2 श्रोताओं का कहना है :

Anonymous का कहना है कि -

behatarin sudeep ji.lage rahiye hamari shubhkamnayein aapke sath hain.
ALOK SINGH "SAHIL"

Sajeev का कहना है कि -

very well sudeep, u have done a lot, i think its time to go for an album, all the very best

आप क्या कहना चाहेंगे? (post your comment)

संग्रहालय

25 नई सुरांगिनियाँ

ओल्ड इज़ गोल्ड शृंखला

महफ़िल-ए-ग़ज़लः नई शृंखला की शुरूआत

भेंट-मुलाक़ात-Interviews

संडे स्पेशल

ताजा कहानी-पॉडकास्ट

ताज़ा पॉडकास्ट कवि सम्मेलन