बच्चो,
आज बाल-उद्यान की कविता के पॉडकास्ट के रूप में हम लेकर हाज़िर हैं डॉ॰ अनिल चड्डा की कविता 'मम्मी-पापा' लेकर। यह कविता जिसकी आवाज़ में है ना, उसकी आवाज़ आप पहले भी सुन चुके हैं, लेकिन आज उसने अपना अंदाज़ बदला है। बस आपको अंदाज़ा लगाकर बताना है कि आवाज़ किसकी है। सुनकर बताएँ ज़रा॰॰॰॰
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# Baal-Kavita 'Mummy-Papa' of \Dr. Anil Chadda, # Voice- *******






संस्कार गीतों पर एक विशेष शृंखला
मन जाने - विवधताओं से भरी अल्बम








लता मंगेशकर जब मिली आवाज़ के श्रोताओं से
द रिटर्न ऑफ आलम आरा प्रोजेक्ट एक कोशिश है, हिंदुस्तान की पहली बोलती फिल्म के गीत संगीत को फिर से रिवाईव करने की, सहयोग दें, और हमारी इस नेक कोशिश का हिस्सा बनें 

सुप्रसिद्ध गायक, गीतकार और संगीतकार रविन्द्र जैन यानी इंडस्ट्री के दाद्दु पर एक विशेष शृंखला जिसके माध्यम हम सलाम कर रहे हैं फिल्म संगीत जगत में, इस अदभुत कलाकार के सुर्रिले योगदान को
लोरियों की मधुरता स्त्री स्वर के माम्तत्व से मिलकर और भी दिव्य हो जाती है. पर फिल्मों में यदा कदा ऐसी परिस्थियों भी आई है जब पुरुष स्वरों ने लोरियों को अपनी सहजता प्रदान की है. पुरुष स्वरों की दस चुनी हुई लोरियाँ लेकर हम उपस्थित हो रहे हैं ओल्ड इस गोल्ड में इन दिनों 

शक्ति के बिना धैर्य ऐसे ही है जैसे बिना बत्ती के मोम।



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2 श्रोताओं का कहना है :
भाई ये तो किसी बच्ची की आवाज़ लग रही है....पर आपने प्रश्न पूछा है ही कुछ संशय हो रहा है......बताईये कौन हैं ?
ye kisi bade ki aawaj hi hai ,ye manufacturing defect humme bhi hai
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