साथ में समीरलाल, राकेश खंडेलवाल, रजनी भार्गव, अनूप भार्गव, घनश्याम गुप्ता और डॉ॰ सत्यपाल आनंद का काव्य-पाठ
शनिवार ११ अक्टूबर २००८ को अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवि राकेश खंडेलवाल के कविता संग्रह 'अंधेरी रात का सूरज' का एक साथ तीन जगहों से विमोचन हुआ। पहला तो पुस्तक के प्रकाशक पंकज सुबीर के शहर सीहोर में, दूसरा इसी मंच पर आम श्रोताओं द्वारा और तीसरा वाशिंगटन डीसी में। इस ब्लॉग पर आप विमोचन और काव्य पाठ का आनंद तो ले ही चुके हैं। आज हम लाये हैं, अनूप भार्गव की मदद से तैयार वाशिंगटन समारोह के कुछ वीडियो-अंश।
डॉ॰ सत्यपाल आनन्द जी राकेश जी के बारे में अपने विचार रखते हुए
पुस्तक का विमोचन करते हुए डॉ॰ सत्यपाल आनंद
घनश्याम गुप्ता जी काव्य पाठ
घनश्याम गुप्ता जी काव्य पाठ - २
समीर लाल काव्य पाठ
डॉ. सत्यपाल आनन्द काव्य पाठ
रजनी भार्गव का काव्य-पाठ
अनूप भार्गव का काव्य-पाठ
'अंधेरी रात का सूरज' (कविता-संग्रह) के विमोचन समारोह में काव्य पाठ करते राकेश खंडेलवाल
यदि आपने अभी तक खुद के हाथों इस कविता-संग्रह का विमोचन नहीं किया तो यहाँ क्लिक करके अवश्य करें।






संस्कार गीतों पर एक विशेष शृंखला
मन जाने - विवधताओं से भरी अल्बम








लता मंगेशकर जब मिली आवाज़ के श्रोताओं से
द रिटर्न ऑफ आलम आरा प्रोजेक्ट एक कोशिश है, हिंदुस्तान की पहली बोलती फिल्म के गीत संगीत को फिर से रिवाईव करने की, सहयोग दें, और हमारी इस नेक कोशिश का हिस्सा बनें 

सुप्रसिद्ध गायक, गीतकार और संगीतकार रविन्द्र जैन यानी इंडस्ट्री के दाद्दु पर एक विशेष शृंखला जिसके माध्यम हम सलाम कर रहे हैं फिल्म संगीत जगत में, इस अदभुत कलाकार के सुर्रिले योगदान को
लोरियों की मधुरता स्त्री स्वर के माम्तत्व से मिलकर और भी दिव्य हो जाती है. पर फिल्मों में यदा कदा ऐसी परिस्थियों भी आई है जब पुरुष स्वरों ने लोरियों को अपनी सहजता प्रदान की है. पुरुष स्वरों की दस चुनी हुई लोरियाँ लेकर हम उपस्थित हो रहे हैं ओल्ड इस गोल्ड में इन दिनों 

शक्ति के बिना धैर्य ऐसे ही है जैसे बिना बत्ती के मोम।



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3 श्रोताओं का कहना है :
बहुत अच्छा लगा. पहले ऑनलाइन विमोचन और घर बैठे सम्पूर्ण समारोह में शिरकत कर पाना. इस प्रकार के कवरेज भविष्य में भी हम तक पहुंचाते रहें.
अनूप जी और समीर जी मुझे ब्लॉग्गिंग में लेकर आने वाले दो इंसान हैं, समीर जी और राकेश जी से तो व्यक्तिगत रूप से मुलाकात हो चुकी है, अनूप जी को आज काव्य पाठ करते सुना, मज़ा आ गया, ये अवसर पूरे ब्लॉग्गिंग जगत के लिए बेहद खुशी का है राकेश जी को विशेष बधाई साथ में पंकज जी का प्रयास भी विशेष सरह्निये है , ब्लॉग्गिंग जगत और आगे बढे और भाषा के सिपाही नए मुकाम हासिल करें यही कामना है
समारोह को वीडियो बहुत साफ रिकॉर्ड हुआ है। आवाज़ भी क्लियर है। बहुत अच्छा लगा देख-सुनकर
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