आपकी नज़र में ऐसे कौन से 50 गाने हैं जो हमेशा सुने जायेंगे?
हिन्द-युग्म के आवाज़ मंच पर आपने पूरे वर्ष गीतों का, गीत से जुड़ी बातों का आनंद लिया। महान कलाकारों से मिले। अपने 25 गीतों को एक-एक करके हिन्द-युग्म ने भी रीलिज किया। वर्ष 2008 के खत्म होने में अब बस एक सप्ताह शेष हैं। साल के अंत में देश का हर बड़ा-छोटा मनोरंजन उद्यम वर्ष भर में रीलिज हुए फिल्मी गीतों का काउंट-डाउन ज़ारी करता है। हमने भी सोचा कि इस तरह का एक प्रयास हिन्दी वेबसाइट की ओर से भी होना चाहिए। जबकि हिन्द-युग्म साल भर गीत-संगीत की बात कर रहा है, तब तो हमारी नैतिक जिम्मेदारी भी बन जाती है।
तो हिन्द-युग्म की आवाज़ टीम ने यह निर्णय लिया कि वर्ष 2008 के अंतिम 5 दिनों में (मतलब 27, 28, 29, 30 और 31 दिसम्बर 2008 को) शीर्ष 50 गीतों का काउंटडाउन चलायेगा। आवाज़ की टीम ने शीर्ष 50 गीतों का काउँटडाउन बनाते वक़्त इस बात का ध्यान रखा कि वो गीत चुने जायें, जिन्हें हो सकता है कि रेडियो/टीवी पर कम बजाया गया हो, लेकिन उनकी उम्र लम्बी हो। जैसाकि बहुत से ब्लॉगरों ने इस बात का खुलासा किया था कि इस साल के बहुत से चर्चित गीतों की धुन विदेशी धुनों की शत-प्रतिशत नकल है। तो ऐसे गीतों को इस गीतमाला में नहीं शामिल किया गया है। काउट-डाउन चलाने से पूर्व हम अंतिम 50 गीतों और उनके क्रम पर पुनर्विचार करना चाहते हैं। हम चाहते हैं आप भी हमें अपनी पसंद बतायें।
- इस वर्ष रीलिज्ड (प्रदर्शित) फिल्मों की सूची यहाँ देखें।
- हमारी टीम द्वारा चुने गये शीर्ष 50 गीतों की सूची यहाँ देखें।
कृपया नीचे के फॉर्म से अपनी पसंद बतायें ताकि इस गीतमाल का क्रम निर्धारण हो सके।
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श्रोता का कहना है :
अपनी पसंद तो मैं एक शाम मेरे नाम: वार्षिक संगीतमाला पर आयोजित सालाना वार्षिक संगीतमाला जिसका ये तीसरा साल है में बताऊँगा ही। देखें आवाज़ के श्रोताओं की राय क्या है?
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