Tuesday, January 6, 2009

लक्ष्य छोटे हों या बड़े, पूरे होने चाहिए- शैलेश भारतवासी



डैलास, अमेरिका के एफ॰एम॰ रेडियो चैनल 'रेडियो सलाम नमस्ते' को दिये गये अपने साक्षात्कार में हिन्द-युग्म के संस्थापक-नियंत्रक शैलेश भारतवासी ने कहा कि किसी व्यक्ति या संस्था की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि वह चाहे छोटे लक्ष्य बनायें या बड़े लक्ष्य बनाये, उसे पूरा करे। शैलेश रेडियो सलाम नमस्ते के हिन्दी कविता को समर्पित साप्ताहिक कार्यक्रम 'कवितांजलि' के २१ दिसम्बर के कार्यक्रम में टेलीफोनिक इंटरव्यू दे रहे थे। हमें वह रिकॉर्डिंग प्राप्त हो गई है। आप भी सुनें, शैलेश की बातें और उसके बाद रेडियो सलाम नमस्ते के श्रोताओं की बातें।




आदित्य प्रकाश
यह कार्यक्रम डैलास, अमेरिका में ही वैज्ञानिक के पद पर कार्यरत हिन्दी सेवी आदित्य प्रकाश सिंह द्वारा प्रस्तुत किया जाता है। आदित्य प्रकाश की आवाज़ सुनकर हर एक हिन्दी प्रेमी को हिन्दी के लिए कुछ कर गुजरने की ऊर्जा मिलती है। आदित्य प्रकाश सिंह अपने खर्चे से दुनिया भर के हिन्दी कर्मियों को अपने कवितांजलि कार्यक्रम से जोड़ते हैं। यहाँ तक कि स्टूडियो तक आने-जाने का खर्च भी ये ही उठाते हैं। मूल रूप से भारत में बिहार के रहनेवाले आदित्य प्रकाश कविताओं के शौक़ीन तो हैं ही, खुद एक कवि भी हैं। कभी इनके बारे में हम आवाज़ पर विस्तार से बातें करेंगे।


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11 श्रोताओं का कहना है :

Dr Parveen Chopra का कहना है कि -

अच्छा लगा । शुभकामनायें।

Sajeev का कहना है कि -

बहुत बढ़िया लगा पूरा कार्यक्रम ...बधाई शैलेश ....

Pankaj Bhagat का कहना है कि -

लक्ष्य छोटे हो या बड़े पूरे होने चाहिए ,
क्या खूब कहा ,मज़ा आ गया !
बहुत शुभकामनाएं !

तपन शर्मा Tapan Sharma का कहना है कि -

शैलेश भाई.. कार्यक्रम सुनकर अच्छा लगा कि अमरीका के लोग भी हिन्दयुग्म के कार्यों की सराहना कर रहे हैं...
जिन्होंने फोन किया था कार्यक्रम के दौरान क्या ये वही रचना जी हैं जो यूनिकवि बनी हैं?

Smart Indian का कहना है कि -

शैलेश जी का यह इंटरव्यू मैंने लाइव सुना था. दोबारा सुनकर भी अच्छा लगा. हिंद-युग्म दिन दूनी रात चौगुनी उन्नति करे - इसी शुभकामना के साथ ~ अनुराग.

Anonymous का कहना है कि -

शैलेश जी आप बहुत अच्छा बोलते हैं हमने आप को रेडियो पर सुना तो बहुत अच्छा लगा था .
आप आगे बढ़ते रहें हम सभी आपके साथ है
तपन जी मै वही हूँ .बड़े हिंद युग्म मंच की एक छोटी कवियत्री .
सादर
रचना

Anonymous का कहना है कि -

Shailesh jee,
podcast par meri abhibyakti aur geet'bideshiya ke baat' prasarit karane ke liye aapko dhanyabad dena chahunga. Main Hindyugm pratidin padhata hoon.Aapka karya bahut sarahanye hai.Main New York men ek Paediatrician hoon. swantah sukhay Hindi aur Bhojpuri dono men kavitayen likhata aur padhata hoon.Hind yugm se mera parichaya Aditya Prakash jee ne karaya. Hind yugm mere jaise pravasee Hindi premiyon ke liye ek bahut hee labhdayak aur manoranjak srot hai.
Hamaree hardik shubh kamanaye.
Kamal Kishore Singh, MD

शैलेश भारतवासी का कहना है कि -

हिन्द-युग्म का प्रोत्साहन करने के लिए आप सभी का धन्यवाद।

Unknown का कहना है कि -

I met Mr Aditya Prakash ji , I was so imoressed with his knowldge of Indian culture sanskaars and Indian food values .he gave lecture in our Shri Ram Mandir . which was well appreciated by our devoties .

Manish Sinha का कहना है कि -

Mr. Aditya Prakash- a name which symbolize its value, The sun which has all its beam coming to us and giving us energy, the same with Mr. Aditya Prakash, a mentor and a promoter for new talents and also a guardian angel as I felt this personally.It was Mr. Aditya who recognized my talent and given me chance and motivated me during his show and also in the personal life.It is just because of him I'm doing my own show "Josh" on every Sunday 7-9 p.m. (6:30 pm. to 8:30 p.m. BY IST)on Radio Salaam Namaste ?(WWW.RSN1049.COM) .My show is successful today because of his motivation. I never mentioned this thing to him but its my personal advice for all who are in contact with Mr. Aditya always connected to him and you will find a way for sure as he is a never give up spirit, and that's what all we need to become successful in the life.Once again from the core of my heart , I will not say but I will say defenitely God will give him whatever he wants in his life.

संत शर्मा का कहना है कि -

शैलेश जी, 'रेडियो सलाम नमस्ते' को दिए आपके साक्षात्कार को सुना, अच्छा लगा हिंदी के विकाश के प्रति आपकी प्रतिवद्धता जान कर, ईश्वर आपको अपेक्षित सफलता प्रदान करे | साथ ही आदित्य प्रकाश जी के पुरे कार्यक्रम को host करने का अंदाज भी काफी बेहतर और प्रसंसनीय था |

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