सुनो कहानी: भीष्म साहनी की "गुलेलबाज़ लड़का"
'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ।
पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में रामचन्द्र भावे की कन्नड कहानी छिपकली आदमी का पॉडकास्ट सुना था।
आवाज़ की ओर से आज हम लेकर आये हैं प्रसिद्ध लेखक, नाट्यकर्मी और अभिनेता श्री भीष्म साहनी की एक प्रसिद्ध कहानी "गुलेलबाज़ लड़का" जिसको स्वर दिया है अर्चना चावजी ने। आशा है आपको पसंद आयेगी।
कहानी का कुल प्रसारण समय 12 मिनट 23 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।
यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें।
भीष्म साहनी (1915-2003) हर शनिवार को आवाज़ पर सुनिए एक नयी कहानी पद्म भूषण भीष्म साहनी का जन्म आठ अगस्त 1915 को रावलपिंडी में हुआ था। "चलो बाहर निकल चलो।" ("गुलेलबाज़ लड़का" से एक अंश) |
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#One hundred third Story, Gulelbaz Ladka: Bhisham Sahni/Hindi Audio Book/2010/35. Voice: Archana Chaoji







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2 श्रोताओं का कहना है :
मेरे प्रिय साहित्यकार की एक प्रिय कहानी...वाह
bahut pahle padhi ek manovaigyanik kahani.....sunane ke bad ek bar aur padhi......bahut badiya
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