'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने अनुराग शर्मा की आवाज़ में उनका ही व्यंग्य संस्कृति के रखवाले सुना था। आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं गोपाल प्रसाद व्यास का व्यंग्य "झूठ बराबर तप नहीं", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने।
"झूठ बराबर तप नहीं" का कुल प्रसारण समय 9 मिनट 36 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।
यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें।
जब मैं सात वर्ष का हुआ तो भगवान् कृष्ण की तरह गोवर्धन पर्वत की तलहटी छोड़कर मथुरा आ गया। ~ गोपाल प्रसाद व्यास हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी जिस आदमी को अपनी नाक का ख्याल नहीं वह भी भला कोई आदमी है? (गोपाल प्रसाद व्यास की "झूठ बराबर तप नहीं" से एक अंश)  | 
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#Sixtieh Story, Jhooth Barabar Tap Nahin: Gopal Prasad Vyas/Hindi Audio Book/2010/7. Voice: Anurag Sharma







संस्कार गीतों पर एक विशेष शृंखला
मन जाने - विवधताओं से भरी अल्बम








लता मंगेशकर जब मिली आवाज़ के श्रोताओं से
द रिटर्न ऑफ आलम आरा प्रोजेक्ट एक कोशिश है, हिंदुस्तान की पहली बोलती फिल्म के गीत संगीत को फिर से रिवाईव करने की, सहयोग दें, और हमारी इस नेक कोशिश का हिस्सा बनें 

सुप्रसिद्ध गायक, गीतकार और संगीतकार रविन्द्र जैन यानी इंडस्ट्री के दाद्दु पर एक विशेष शृंखला जिसके माध्यम हम सलाम कर रहे हैं फिल्म संगीत जगत में, इस अदभुत कलाकार के सुर्रिले योगदान को
लोरियों की मधुरता स्त्री स्वर के माम्तत्व से मिलकर और भी दिव्य हो जाती है. पर फिल्मों में यदा कदा ऐसी परिस्थियों भी आई है जब पुरुष स्वरों ने लोरियों को अपनी सहजता प्रदान की है. पुरुष स्वरों की दस चुनी हुई लोरियाँ लेकर हम उपस्थित हो रहे हैं ओल्ड इस गोल्ड में इन दिनों 

शक्ति के बिना धैर्य ऐसे ही है जैसे बिना बत्ती के मोम।



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श्रोता का कहना है :
waah!!!!jhoot bolne k bhi bahut fayde hote hai,,,
kahani sunkar to mere vichar hi badal gaye..ab jhoot bolne k jab itne fayde hote hai to bhala sach bolne ka jokhim koun lena chahega..
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