Tuesday, March 9, 2010

गुनगुनाते लम्हे में अमृता-इमरोज़ के प्यार की दास्तां



अभी कुछ दिन पहले आपने मशहूर चित्रकार इमरोज़ का विशेष इंटरव्यू पढ़ा जिसे आप सबके लिए लाया था रश्मि प्रभा ने। इस बार के 'गुनगुनाते लम्हे' में भी रश्मि प्रभा गीतों के माध्यम से अमृता-इमरोज़ की अमर प्रेम-कहानी लेकर आई हैं। बिना किसी विशेष भूमिका के हम आपको सुनवा रहे हैं 'प्यार की दास्ताँ'-



'गुनगुनाते लम्हे' टीम
आवाज़/एंकरिंग/कहानीतकनीक
Rashmi PrabhaKhushboo
रश्मि प्रभाखुश्बू



आप भी चाहें तो भेज सकते हैं कहानी लिखकर गीतों के साथ, जिसे देंगी रश्मि प्रभा अपनी आवाज़! जिस कहानी पर मिलेगी शाबाशी (टिप्पणी) सबसे ज्यादा उनको मिलेगा पुरस्कार हर माह के अंत में 500 / नगद राशि।

हाँ यदि आप चाहें खुद अपनी आवाज़ में कहानी सुनाना, तो भी आपका स्वागत है....


1) कहानी मौलिक हो।
2) कहानी के साथ अपना फोटो भी ईमेल करें।
3) कहानी के शब्द और गीत जोड़कर समय 35-40 मिनट से अधिक न हो, गीतों की संख्या 7 से अधिक न हो।।
4) आप गीतों की सूची और साथ में उनका mp3 भी भेजें।
5) ऊपर्युक्त सामग्री podcast.hindyugm@gmail.com पर ईमेल करें।

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10 श्रोताओं का कहना है :

शारदा अरोरा का कहना है कि -

कहानी गीतों के साथ रोचक बन पडी है |

Padm Singh का कहना है कि -

कहानी सुन नहीं सका सिर्फ "नमस्कार श्रोताओं" के अतिरिक्त कुछ भी नहीं सुन सका ... कुछ तकनीकी समस्या है क्या ??

Padm Singh का कहना है कि -
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शैलेश भारतवासी का कहना है कि -

पद्म जी,

यहाँ तो ठीक चल रही है। आप जब सुन रहे होंगे, आपका नेट कनैक्शन टूटा होगा। फिर से सुनकर देखें।

ठाकुर पदम सिंह का कहना है कि -

हो सकता है कुछ समस्या मेरे नेट में ही हो ... पूरी लोडिंग होने पर भी ३:२२ मिनट की ही रिकार्डिंग सुन पाया हूँ ... पर जितना भी सुना बहुत मोहक लगा ... रश्मि जी को एक सुझाव देना चाहूँगा कि गीत के बीच में कहानी डालते समय गीत को फेड-इन और फेड-आउट रूप में डालें तो प्रस्तुति और भी प्रभावी होगी ... हमारी शुभ कामनाएं इस प्रयास के लिए

Sajeev का कहना है कि -

अरे आपने तो इस प्रेम कहानी तो बेहद मनमोहक बना दिया, बहुत बधाई

ρяєєтii का कहना है कि -

Divine Love ko itni sundarta se gunguna ek sukhad ehsaas hai....ek ek lamha gunguna utha....

Urmi का कहना है कि -

कहानी और गीत दोनों ही बहुत मनमोहक लगा! बधाई!

neelam का कहना है कि -
This comment has been removed by the author.
neelam का कहना है कि -

बेहतरीन प्रस्तुति ,
रश्मि जी ऐसा लगा कि पुराने गीतों की एक नयी महफ़िल सजी थी

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