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निंदिया से जागी बहार....और लता जी के पावन स्वरों से जागा संसार - Sajeev

मिला है किसी का झुमका....नटखट बोल शैलेन्द्र के और चहकती आवाज़ लता की - Sajeev

रातों को जब नींद उड़ जाए....सलिल दा के संगीत की मासूमियत और लता - Sajeev

कान्हा आन पड़ी मैं तेरे द्वार.....निर्गुण भक्ति और लता - Sajeev

चंदा मामा आरे आवा...एक मधुर लोरी...अरे अरे सो मत जाईयेगा - Sajeev

आप यूँ फासलों से गुजरते रहे...रहस्य की वादियों में हुस्न की पुकार और लता - Sajeev

ए दिले नादान, आरज़ू क्या है....इसके सिवा कि लता जी को मिले लंबी उम्र और उनकी आवाज़ का साया साथ चले हमेशा हमारे - Sajeev

ए री मैं तो प्रेम दीवानी....भक्ति, प्रेम और समर्पण के भावों से ओत प्रेत ये गीत - Sajeev

उड़ के पवन के रंग चलूंगी....उन्मुक्त भावनाओं की उड़ान और लता - Sajeev

ये रातें ये मौसम, ये हँसना हँसाना...जब लता ने दी श्रद्धाजन्ली पंकज मालिक को - Sajeev

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