'सुनो कहानी' इस स्तम्भ के अंतर्गत हम आपको सुनवा रहे हैं प्रसिद्ध कहानियाँ। पिछले सप्ताह आपने उर्दू और हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार उपेन्द्रनाथ अश्क लिखित रचना "चारा काटने की मशीन" का पॉडकास्ट अनुराग शर्मा की आवाज़ में सुना था। आवाज़ की ओर से आज हम आपकी सेवा में प्रस्तुत कर रहे हैं हरिशंकर परसाई लिखित व्यंग्य "डिप्टी कलेक्टर", जिसको स्वर दिया है अनुराग शर्मा ने।
"डिप्टी कलेक्टर" का कुल प्रसारण समय मात्र 3 मिनट 45 सेकंड है। सुनें और बतायें कि हम अपने इस प्रयास में कितना सफल हुए हैं।
यदि आप भी अपनी मनपसंद कहानियों, उपन्यासों, नाटकों, धारावाहिको, प्रहसनों, झलकियों, एकांकियों, लघुकथाओं को अपनी आवाज़ देना चाहते हैं हमसे संपर्क करें। अधिक जानकारी के लिए कृपया यहाँ देखें।
मेरी जन्म-तारीख 22 अगस्त 1924 छपती है। यह भूल है। तारीख ठीक है। सन् गलत है। सही सन् 1922 है। । ~ हरिशंकर परसाई (1922-1995) हर शनिवार को आवाज़ पर सुनें एक नयी कहानी यह धांधली देख कर दूसरे अखबार ने चेतावनी छापी- "नक्कालों से सावधान।" (हरिशंकर परसाई के व्यंग्य "डिप्टी कलेक्टर" से एक अंश) |
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VBR MP3
#64th Story, Deputy Collector: Harishankar Parsai/Hindi Audio Book/2010/9. Voice: Anurag Sharma







संस्कार गीतों पर एक विशेष शृंखला
मन जाने - विवधताओं से भरी अल्बम








लता मंगेशकर जब मिली आवाज़ के श्रोताओं से
द रिटर्न ऑफ आलम आरा प्रोजेक्ट एक कोशिश है, हिंदुस्तान की पहली बोलती फिल्म के गीत संगीत को फिर से रिवाईव करने की, सहयोग दें, और हमारी इस नेक कोशिश का हिस्सा बनें 

सुप्रसिद्ध गायक, गीतकार और संगीतकार रविन्द्र जैन यानी इंडस्ट्री के दाद्दु पर एक विशेष शृंखला जिसके माध्यम हम सलाम कर रहे हैं फिल्म संगीत जगत में, इस अदभुत कलाकार के सुर्रिले योगदान को
लोरियों की मधुरता स्त्री स्वर के माम्तत्व से मिलकर और भी दिव्य हो जाती है. पर फिल्मों में यदा कदा ऐसी परिस्थियों भी आई है जब पुरुष स्वरों ने लोरियों को अपनी सहजता प्रदान की है. पुरुष स्वरों की दस चुनी हुई लोरियाँ लेकर हम उपस्थित हो रहे हैं ओल्ड इस गोल्ड में इन दिनों 

शक्ति के बिना धैर्य ऐसे ही है जैसे बिना बत्ती के मोम।



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5 श्रोताओं का कहना है :
सुबह से इन्तज़ार कर रही थी। कहने की जरूरत नही कि अनुराग जी की आवाज मे कहानी की सुन्दरता और भी बढ जाते है। धन्यवाद्
पिछली कड़ियाँ छूट गई थीं। यह वाली अभी डाउनलोड हो रही है। आप की आवाज में तो और बढ़िया लगेगी ही।
पिछली वाली भी सहेजनी हैं।
अरे,डाउनलोड लिंक तो सप्रे जी की कहानी मिट्टी का है। इसे ठीक कीजिए।
@निर्मला जी, धन्यवाद!
@गिरिजेश जी, लिंक ठीक कर दिया है - गलती के लिए क्षमा ;)
शैलेश जी ' टिप्पणियों ' के नए प्रारूप से बड़ी दिक्कत आ रही है .तकनीकी दिक्कतों में उलझने की बजे पुराना रूप बेहतर होगा .' हिग्युग्म ' को सुभेक्षा !
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